Kya guard of honour har ek award winner ke liye hai

आखिर तिरंगा किसके लिए होना चाहिए, गार्ड ऑफ ऑनर के रूप में?


आजकल पूरे देश में एक समाचार काफी प्रसिद्ध है वह श्रीदेवी की मौत। बॉलीवुड के लिए यह एक बुरा समाचार था परंतु उससे भी अधिक दिलचस्प यह है कि क्या हर एक पद्मश्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण या भारत रत्न को तिरंगे में लपेटना कितना सही है।
अखिर भारत का सर्वोच्च सम्मान किसे दिया जा रहा है, वह कौन है, क्या है और उसे क्यों यह सम्मान दिया जाना चाहिए। इससे पहले भी बॉलीवुड के महान हस्ती शशी कपूर को यह ऑनर दिया जा चुका है।
 मेरे हिसाब से अगर किसी को यह सम्मान दिया जाता है उस इंसान पर किसी भी तरह का प्रश्न चिन्ह नहीं होना चाहिए। अगर यह सम्मान उस इंसान को दिया जाता है जिसके ऊपर भ्रष्टाचारी का इस तरह के कोई भी आरोप लगे हो तो इस तरह का सम्मान देना भारतीय तिरंगे के अपमान के साथ-साथ राष्ट्रीयता का भी अपमान कहलाएगा।

 जहां तक श्रीदेवी का सवाल है उनका वह कलाकार थी और उनका मौत शराब पीकर बाथटब में डूबने से हुई। जो कि पूरे देश में उनके फैंस जो कि हर वर्ग और से आते हैं औरत मर्द बूढ़े युवा यहां तक कि बच्चे भी हैं। इस तरह से लोग शराब पीकर डूबना उन लोगों के बीच एक गलत संदेश प्रस्तुत करता है।
 फिर ऐसे लोगों को क्यों तिरंगे का सम्मान देना चाहिए। अगर यह सिर्फ एक प्रोटोकॉल के तहत दिया जाता है तो उसे बदलना जरूरी है।
अगर इसी तरह यह सम्मान हर किसी को दिया जाने लगा तो यह तिरंगे के साथ-साथ सेना का भी अपमान होगा जो देश के लिए अपनी जान देते हैं।
अगर इस तरह से इस तरह मरने वालों को यह सम्मान दिया जाने लगा तो फिर हर उस किसान को यह सम्मान मिलना चाहिए जो आत्महत्या कर लेते हैं।
अगर किसी के शराब पीकर मरने, सीमा पर शहीद होने पर, आत्महत्या करने में समानता नहीं है तो फिर उन्हें सम्मान दिए जाने में समानता क्यों होनी चाहिए।
 इससे पहले भी बहुत सारे पद्म श्री पद्म भूषण और पद्म विभूषण रहे हैं क्या सब को यह सम्मान दिया गया बिल्कुल नहीं।
अगर यह सम्मान एक सेलिब्रिटी को दिया जाता है, तो क्या उस सामाजिक कार्यकर्ता या  बिजनेसमैन, क्रिकेटर और अन्य लोगों को नहीं दिया जाना चाहिए  जो पद्म श्री पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे अवार्ड हासिल करते हैं।
आखिरकार यह गार्ड ऑफ ऑनर देने का सबसे बड़ा आआधार क्या है। सरकार और पार्लियामेंट में बैठे हुए लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह किस तरह के लोगों को यह सम्मान दिया जाना चाहिए।
वो भी टैब जब आजकल कई सारे अवार्ड पैसे से भी हासिल किए है।
अतः इस तरह का सम्मान हर एक इंसान को देना बिल्कुल ही जायज नहीं है। आप अपना सुझाव जरूर दें। धन्यवाद।

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