Apni kshamta ka dusprog nuksandeh ho sakta hai.

 अपनी क्षमता का दुष्प्रयोग नुकसानदेह हो सकता है।


अगर आपके पास भगवान का कोई बड़ा उपहार है तो आप उसका सही दिशा में समाज और व्यक्ति के लिए सही और उचित प्रयोग करें।
 आपका अपने गुणों का सही प्रयोग किसी की जिंदगी के लिए वरदान बन सकता है। परंतु उसका गलत प्रयोग आपके अपने लिए भी बहुत ही हानिकारक और नुकसानदेह हो सकता है।

 यह हमारे धर्म शास्त्र के साथ-साथ वैज्ञानिक प्रयोग भी साबित करता है।
होलिका दहन इस का सर्वाधिक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
रूस के खिलाफ अमेरिका द्वारा ओसामा बिन लादेन को पालना इसका दूसरा जीता जागता उदाहरण है।

 हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को भगवान ब्रह्मा ने यह वरदान दिया था कि वह आग में नहीं जल सकती है।

और ऐसा हुआ भी लेकिन उसने वरदान का प्रयोग हथियार की तरह किया और प्रहलाद को मारने के लिए किया।

फिर परिणाम सबके सामने है। प्रहलाद तो बच गया लेकिन होलीका खुद आग में जल गई।

अमेरिका ने ओसामा को पाला उसका भी परिणाम सबके सामने है वह सामान्य खुद अमेरिका की बिल्डिंग को तबाह कर दिया।
 इसलिए अपनी क्षमता और वरदान का सही प्रयोग करें हथियार की तरह उसका इस्तेमाल ना करें। कभी भी किसी और के लिए गलत सोचना कभी भी अपने लिए या राष्ट्र के लिए अच्छा नहीं हो सकता है।यह प्रकृति का नियम है।

हम सब लोग अपनी प्रगति के लिए दूसरों का नुकसान करने की कोशिश करते हैं जोकि बिल्कुल गलत है अतः हमें इन चीजों से बचना चाहिए। और अपने साथ-साथ दूसरों के लिए भी अच्छा करना चाहिए इससे हमारा और हमारे देश का विकास होगा।

 आप सबको होलिका दहन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।। आप अपना सुझाव जरूर दें।

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