Up by polls aur 2019 ke general election ka combination kya hai?

कितना फर्क पड़ेगा 2019 के जनरल इलेक्शन में यूपी उपचुनाव का?



 तूफान का आना और उससे पहले शांति का छाना।
तुम्हारा पहले जितना, बाद में ईवीएम के लिए सिर पीटना।।


 दोनों ही अब Natural truth  बन चुका है।

 इतिहास अपने आप को दोहराता है, 2019 चुनाव में भी ऐसा ही होगा यह यूपी उपचुनाव के statics भी बताते हैं, आंकड़े जानने के लिए अंत तक पढ़े।

 आजकल राजनीति समाचार में सबसे बड़ा समाचार यूपी का बाइपोल है जिसमें सारे लोग अपने अपने तर्क दे रहे हैं बीजेपी के हारने और विपक्ष के जीतने की। लेकिन उससे महत्वपूर्ण तथ्य क्या है  और इसका क्या परिणाम होगा 2019 के चुनाव में इसके लिए आपको यह पढ़ना जरूरी है।

 जहां तक आंकड़े बताते हैं गोरखपुर में 43 percent वही फूलपुर में 37 percent वोटिंग हुई है, जो कि जनरल इलेक्शन के मुकाबले लगभग 15% कम है। और जो दोनों जगह जीत का अंतर रहा है वह लगभग 35000 और 11,000 रहा है।

 अब बीजेपी के हारने के कुछ खास कारणों पर नजर डालते ।


1 यह तो साफ़ है कि BJP समर्थक कुछ ज्यादा आत्मविश्वास में रहे और कुछ अन्य कारणों से वोट नहीं कर पाए अगर पूरी वोटिंग होती तो नतीजे कुछ और होते।

 सत्ता के लालच में करो इज्जत की बात नहीं।
 बलात्कारी के गोद में जा बैठना भी कोई पाप नहीं।।




http://currentwa.blogspot.in/2018/03/moral-victory-is-only-term-or-is-it.html?m=1



2   जिस समय BJP ने उम्मीदवार का नाम चयन किया उस समय सपा और बसपा अलग-अलग चुनाव लड़ने को तैयार थे, लेकिन यह बाद में एक हो गए और सारे 26 विपक्षी पार्टी का साथ मिला जिसके कारण सही उम्मीदवार का चयन नहीं हो सका। और इसका सीधा असर उम्मीदवार के चेहरे का पड़ा।

3   कांग्रेस ने चुनाव तो लड़ा लेकिन कोई बुरा प्रचार अभियान नहीं चलाया और 11000 वोटों के साथ जमानत जप्त करवा ली ताकि सपा जीत सके, जबकि गोरखपुर में लगभग 200000 मुस्लिम वोटर हैं।

http://currentwa.blogspot.in/2018/03/death-sentence-for-rapist-in-states.html


4   गोरखपुर में लोगों का लगाव हमेशा से गोरखनाथ मंदिर से रहा है, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार का गोरखनाथ मंदिर से किसी तरह का कोई रिश्ता नहीं रहा है, जिसके कारण लोगों ने उन्हें पसंद नहीं किया।

5   और आखरी में कह सकते हैं कि SSC exam scam और किसान से जुड़े मुद्दे अहम रहे जिसके कारण लोगों ने बीजेपी को नापसंद किया।

 अतः सारी बात देखने के बाद यही लगता है कि यह बस एक इत्तेफाक या wake up call है, जहां तक विपक्ष का सवाल है वह इसे बढ़ा चढ़ाकर दिखाएंगे क्योंकि यह इसी तरह उन्हें नसीब हुआ है।

 जीत तुम्हारी निश्चित थी तो अकेले क्यों नहीं आए।
 अभिमन्यु के लिए तो 10 योद्धा थे तुमने तो 26 मिलकर तलवारे लहराए।।


अब लोग इसे 2019 के चुनाव से देख कर जोड़ कर देख रहे हैं, तो उनके लिए आंकड़े यही कहते हैं कि 1962 से लेकर 2014 तक यूपी में 35 बार By polls हुए हैं।  जिसमें से सिर्फ 11 बार ही by polls जीतने वाली पार्टी सत्ता में आई है।


 अतः आंकड़े से स्पष्ट है कि 2019 में बीजेपी की सरकार फिर से बनेगी।

लेेेकिन आपकी राय क्या है कौन जीतेगा 2019 का चुनाव?

1 BJP
2 Congress
3 other alliance


 आप अपना सुझाव या प्रतिक्रिया अवश्य कमेंट बॉक्स में कमेंट करें।

 धन्यवाद। जय हिंद।।

Comments

Popular posts from this blog

Apni kshamta ka dusprog nuksandeh ho sakta hai.

कांग्रेस यूथ ने अर्णब गोस्वामी और उनकी पत्नी पर किया हमला: लोकतंत्र की हत्या

Kya lenin ka statue, amar jawan memorial se jyada important hai?